तंत्र मंत्र साधना भक्ति के नाम पर लूट

                             "जय माँ पीताम्बरा"
तंत्र क्या है? कैसे बनें एक सफल तांत्रिक,ओर कैसे बचें तंत्र के नाम पर हो रही ठगी से।
तंत्र संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है व्यवस्था या किसी कार्य को पूर्ण करने का सही तरीका।
तंत्र कई प्रकार का हो सकता है जैसे मानव शरीर तंत्र,सामाजिक या लोकतंत्र, ओर सबसे महत्वपूर्ण ज्ञानतंत्र।
तंत्र किसी भी विशेषता को साधना कहा जा सकता है जो एक जटिल प्रक्रिया है।
लेकिन साधना शब्द कोई मामूली हरकत नही ज्ञानमार्ग में इसका अर्थ है आत्मा का परमात्मा से मिलन,ओर इसके लिए जरूरत है एक ऐसे गुरु की जिसका भाव बील्कुल गुरुत्वाकर्षण वाला हो,जिसके माथे पर जन्मों की तपस्या का तेज हो,जो मोह माया अर्थात दक्षिणा जैसी प्रवित्तियों से ऊपर हो,जिसकी आँखों में वशीकरण जैसी शक्ति हो,जो ज्ञान का भण्डार हो।
       अक्सर देखा गया है कि लोग साधना को सिर्फ पैसा कमाने का साधन समझ बैठे हैं झाड़ फूंक, चुटकी बजा कर भूत भगाना,किसी देवी देवता के रुप में नृत्य करना, खुद को अवतार कहना,पैसे लेकर चेले बनाना,शक्तियों को सिद्ध करवाना,ये सब बाण हैं साधना के भूखों को घायल करने के ओर फिर उन घायलों से लूट खसूट करने के,
अगर आप सत्य रूप से तंत्र मार्ग पर अग्रसर होना चाहते हैं तो पहले आपको खुद को साधना होगा ओर ये निर्भर करता है आपके पिछले कई जन्मों पर,अगर आपने जन्म लिया है असहाय की सहायता करने के लिए ओर आपके भाव निश्चल हैं तो आपको स्वयं ही गुरु भी मिल जाएंगे और आप साधक भी बन जाएंगे, एक तंत्र साधक।
अगले ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि कौन सी साधनाएं ट्रेंड में चल रही है जिसके नाम पर आपको ढगा जा रहा है ओर एक रूपरेखा बना कर ये भी बताया जाएगा कि कौन सी साधना सम्भव है और कौन सी असंभव
        "जय माँ पीताम्बरा"

Comments

  1. तंत्र के नाम पर हो रही लूट से सचेत रहें

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